मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Friday, September 20, 2013
नज़र और नसीब
नज़र और नसीब का इत्तेफाक ऐसा है कि नज़र को अमूमन वही चीज पसंद आती है जो नसीब में नहीं होती.
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