हत्या एक जघन्य कृत्य है और इसका समर्थन किसी भी दलील द्वारा जायज नहीं
ठहराया जा सकता. अगर आप हत्यारों का समर्थन करते हो, उन्हें पूजते हो तो आप
दुनिया में हो रहे कत्लेआम पर बोलने का अधिकार खो चुके हो. और आपके अन्दर
भी एक हत्यारा यकीनन छुपा बैठा है जो किसी न किसी दंगे में यकीनन तलवार
लेकर निकल पड़ेगा.
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