मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Saturday, November 9, 2013
शर्त भरा लहजा तो मेरी आदत है
ये शर्त भरा लहजा तो मेरी आदत है,
तू बात बात पर यूं नम ना किया कर आँखें...
-------- अज्ञात.
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