सबसे
ज्यादा मजा मुझे तब आता है जब कोई मुझसे इनबॉक्स में पूछता है, क्या आप
पत्रकार है..? अब तक बहुत से नए मित्र मुझसे पूछ चुके है ये सवाल. मेरी समझ
में नहीं आता की मुझे इस सवाल से खुश होना चाहिए या परेशान. मैं और
पत्रकार....???
खैर, मैं हर मित्र को समझाती हूँ की नहीं भई मैं तो एक मामूली सी लड़की हूँ.. पर हां इस सवाल से उसी तरह खुश होती हूँ जिस तरह वो कवि हुआ था जिससे किसीने पांच सौ रुपये के छुट्टे मांग लिए थे. उस कवि ने भावुक स्वर में कहा था कि, मेरे पास छुट्टे तो नहीं है पर आपने ये समझा की मेरे पास पांच सौ रुपये हो सकते है इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद....
तो दोस्तों, आपका भी तहेदिल से शुक्रिया.... — feeling important.
खैर, मैं हर मित्र को समझाती हूँ की नहीं भई मैं तो एक मामूली सी लड़की हूँ.. पर हां इस सवाल से उसी तरह खुश होती हूँ जिस तरह वो कवि हुआ था जिससे किसीने पांच सौ रुपये के छुट्टे मांग लिए थे. उस कवि ने भावुक स्वर में कहा था कि, मेरे पास छुट्टे तो नहीं है पर आपने ये समझा की मेरे पास पांच सौ रुपये हो सकते है इसके लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद....
तो दोस्तों, आपका भी तहेदिल से शुक्रिया.... — feeling important.
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