Saturday, May 4, 2013

एक था अजमल कसाब

एक था अजमल कसाब... मुंबई हमले का मुख्य आरोपी.... कैमरे पर गन लहराता देखा गया... बिलकुल ओपन एंड शट केस... 4 साल तक भारत का दामाद बनकर रहा... उसकी सुरक्षा पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए...फेयर ट्रायल हुआ... और आखिर में अपनी वहशतनाक करतूत की सज़ा पा गया....

एक था सरबजीत सिंह.... 23 साल पहले गलती से बॉर्डर पार कर गया... पाकिस्तानी सेना के हत्थे चढ़ा... उन्होंने उसकी पहचान बदल कर उसे आतंकवादी घोषित कर दिया... मुकदमा चला.... फांसी की सज़ा हुई... खूब शोर मचा... दुनिया भर से फेयर ट्रायल की मांग उठी... मिसटेकन आइडेंटिटी की दुहाई दी गई... पाकिस्तान के लिए सरबजीत गले की फांस बन गया... ना उगलते बना ना निगलते... फिर एक रोज़ उसे बेरहमी से क़त्ल कर दिया गया...

फर्क समझ में आया....???? सैनिकों का सर काट लेने वालों से, ओसामा और दाऊद जैसों को शरण देनेवालों से और हाफ़िज़ सईद जैसों को पालने वालों से आप मानवीयता की उम्मीद नहीं कर सकते.....

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