"मुल्क
के मौजूदा हालातों को देखा जाए तो एक ख़ास किस्म की साम्प्रदायिक शक्तियां
दूसरी ख़ास किस्म की साम्प्रदायिक शक्तियों को आपस में कॉम्प्लीमेंट करती
दिखाई दे रही हैं."
कल रात एनडीटीवी प्राइम टाइम पर हिलाल अहमद जी द्वारा कही गई ये बात इतनी सच्ची है कि दहशत से मेरा दिल भर गया. पता नहीं किस की नज़र लग गई भारतवर्ष को...
कल रात एनडीटीवी प्राइम टाइम पर हिलाल अहमद जी द्वारा कही गई ये बात इतनी सच्ची है कि दहशत से मेरा दिल भर गया. पता नहीं किस की नज़र लग गई भारतवर्ष को...
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