मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Saturday, July 20, 2013
सन्डे
लोग सन्डे का इन्तजार करते हैं...
हम सन्डे से बेजार रहते हैं...
ये कमबख्त जमाने से अपनी कभी बनी ही नहीं....
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