मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Saturday, August 16, 2014
काफिले
काफिले रेत हुए दश्त-ए-जुनूं में कितने,
फिर भी आवारा मिजाजों का सफ़र जारी है...
----------- अज्ञात.
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