हजरात...!! हजरात...!! हजरात...!!
एक जरूरी सूचना..
सिर्फ चार सीटें बाकी.. उसके बाद जुकरबर्गवा मामू के आदेशानुसार एडमिशन क्लोज का बोर्ड लग जाएगा.
इच्छुक महानुभव उपयुक्त चढ़ावे के साथ संपर्क करें.
ये चार सीटें भरपूर स्क्रीनिंग के बाद ही वितरित की जायेंगी. पांच हजारवे को एक सुन्दर कविता/नज़्म/ग़ज़ल ज़बरदस्ती टैग कर के भेंट की जायेगी. पहले से मित्रता सूची में काबिज़ भाई-बहन अपने प्यारों, दुलारों को उत्साहित करें कि वो इस प्रतियोगिता में जरुर हिस्सा लें.
शायरी, कविताओं से ले कर राजनितिक उठापटक तक, धार्मिक उन्माद से ले कर फिल्म समीक्षाओं तक भिन्न भिन्न प्रकार की चर्चाएँ एक जगह उपलब्ध होने की गारंटी देने वाली हमारी दीवार पर सिर्फ चार ( हाँ हाँ चार ) कीलें बाकी है जिन पर किसी को टांगा जा सकता है. उसके बाद हमरी मित्रता सूची में होने का गौरव प्राप्त करना दूर का सपना बन जाएगा. इसलिए जल्दी कीजियेगा.. तलाश-ए-चांडाल-चौकड़ी जारी है.
फिर ना बोलना कि बोला नहीं था...
ऑफर ऑफ़ कोर्स सीमित समय तक.
जनहित में भी जारी...
और हमारी कोई शाखा ना थी ना होने की संभावना है.
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