मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Sunday, November 17, 2013
ऐ 'साहेब' ये ठीक नहीं
पीछा कराना, बाते सुनना
ऐ 'साहेब' ये ठीक नहीं....
विशेष सूचना : जिस फिल्म के गीत पर आधारित ये तुकबंदी है उस फिल्म का नाम "खलनायक" था.
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