तुमने पूछा के...
दुःख क्या होता हैं...?
तो सुनो,
ऐसा करना
कभी किसी को चाहना
और चाहते ही रहना
दिन भर उसको सोचते ही रहना
जागती आंखों से उसके सपने देखते ही रहना
अपने हाथों की लकीरों में
उसका नाम तराशते ही रहना
और जब कभी वो
इन रियाजतों का हिसाब मांगने को
सामने आये तो,
तुम अना का हाथ थाम लेना
अगर वो कुछ कहे तो
मुस्कुराकर अंजान बन जाना
और जब वो मायूस होकर
लौट जाये तो,
अपने अन्दर झांकना
और खुद से पूछना
तब तुम्हारा दिल तुम्हे बतायेगा कि,
दर्द किसे कहते हैं....?
दुःख क्या होता हैं....?
-- अज्ञात
दुःख क्या होता हैं...?
तो सुनो,
ऐसा करना
कभी किसी को चाहना
और चाहते ही रहना
दिन भर उसको सोचते ही रहना
जागती आंखों से उसके सपने देखते ही रहना
अपने हाथों की लकीरों में
उसका नाम तराशते ही रहना
और जब कभी वो
इन रियाजतों का हिसाब मांगने को
सामने आये तो,
तुम अना का हाथ थाम लेना
अगर वो कुछ कहे तो
मुस्कुराकर अंजान बन जाना
और जब वो मायूस होकर
लौट जाये तो,
अपने अन्दर झांकना
और खुद से पूछना
तब तुम्हारा दिल तुम्हे बतायेगा कि,
दर्द किसे कहते हैं....?
दुःख क्या होता हैं....?
-- अज्ञात
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