मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Wednesday, September 3, 2014
ज्ञानवाणी
ज्ञानवाणी :-
साहेबान, किसी अहमक से तकरार में उलझने से पहले ये तसदीक कर लीजिये कि कहीं वो भी तो ये ही नहीं कर रहा..!
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