ज्ञानवाणी :-
अपना सुख आप किसी के भी साथ शेयर कर सकते हो, यहाँ तक कि किसी अजनबी के साथ भी.. लेकिन अपना दुःख आप उसी से कहते हो जिसे आप अपना समझते हो.. जिसके बारे में आपको यकीन होता है कि ये शख्स आपके गम को ना सिर्फ संजीदगी से सुनेगा बल्कि उसे महसूस भी करेगा.. तो अपने दोस्तों की सूची में से सच्चे दोस्त छांटने हो तो उन लोगों की सूरतें याद कीजिये जिन के कांधे पर सर रख कर आप रोये थे. जिन से आंसू ना छुपे उनसे कुछ ना छुपा..
अपना सुख आप किसी के भी साथ शेयर कर सकते हो, यहाँ तक कि किसी अजनबी के साथ भी.. लेकिन अपना दुःख आप उसी से कहते हो जिसे आप अपना समझते हो.. जिसके बारे में आपको यकीन होता है कि ये शख्स आपके गम को ना सिर्फ संजीदगी से सुनेगा बल्कि उसे महसूस भी करेगा.. तो अपने दोस्तों की सूची में से सच्चे दोस्त छांटने हो तो उन लोगों की सूरतें याद कीजिये जिन के कांधे पर सर रख कर आप रोये थे. जिन से आंसू ना छुपे उनसे कुछ ना छुपा..
No comments:
Post a Comment