मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Wednesday, May 14, 2014
इश्क का ज़ज्बा
इश्क का वो जज्बा जो सब के अन्दर है
मुझ मे उस जज्बे का एक समन्दर है...
------ ज़ारा.
14/05/2014.
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