मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Thursday, March 27, 2014
कुतर्कियों से बहस
कुतर्कियों से बहस, शांति तहस नहस..
( खबरदार जो नारा चुराया किसी ने. बड़ी क्रांतिकारी खोज है अपनी. पेटेंट कैसे होता है बस इतना बताइये.)
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment