एक आजार हुई जाती है शोहरत हम को
खुद से मिलने की भी मिलती नहीं फुरसत हम को
खुद से मिलने की भी मिलती नहीं फुरसत हम को
रौशनी का ये मुसाफिर है राह-ए-जां का नहीं,
अपने साये से भी होने लगी वहशत हम को
अपने साये से भी होने लगी वहशत हम को
आँख अब किस से तहय्युर का तमाशा मांगे,
अपने होने पे भी होती नहीं हैरत हम को
अपने होने पे भी होती नहीं हैरत हम को
अब के उम्मीद के शोले से भी आँखे न जली,
जाने किस मोड़ पे ले आई मुहब्बत हम को
जाने किस मोड़ पे ले आई मुहब्बत हम को
कौन सी रुत है जमाने हमें क्या मालूम,
अपने दामन में लिए फिरती है हसरत हम को
अपने दामन में लिए फिरती है हसरत हम को
जख्म ये वस्ल के मरहम से भी शायद न भरे,
हिज्र में ऐसी मिली अब के मसाफ़त हम को
हिज्र में ऐसी मिली अब के मसाफ़त हम को
------------- अमजद इस्लाम अमजद.
आजार - pain, suffering
शोहरत - प्रसिद्धी, fame.
राह-ए-जां - ज़िन्दगी की राह, way of life.
तहय्युर - अचरज, आश्चर्य, amazement
वस्ल - मिलन,
हिज्र - जुदाई,
मसाफ़त - सफ़र, journey.
शोहरत - प्रसिद्धी, fame.
राह-ए-जां - ज़िन्दगी की राह, way of life.
तहय्युर - अचरज, आश्चर्य, amazement
वस्ल - मिलन,
हिज्र - जुदाई,
मसाफ़त - सफ़र, journey.
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