मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Wednesday, December 18, 2013
क्या मेरे सिवा शहर में मासूम है सारे
हर जुर्म मेरी जात से मंसूब हुआ है,
क्या मेरे सिवा शहर में मासूम है सारे....??
-------- अज्ञात.
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