मुझे दुःख है हमदम,
के तुम्हारे पास...
मुझे देने के लिए,
मुहब्बत का सिक्का तो है....
मगर मेरी मजबूरी है के,
मेरे पास वो कशकोल नहीं
जिसमे तुम.....
ये इनायत उछाल सको....
मुहब्बत की ये भीक डाल सको.....!!!
----------- अज्ञात.
के तुम्हारे पास...
मुझे देने के लिए,
मुहब्बत का सिक्का तो है....
मगर मेरी मजबूरी है के,
मेरे पास वो कशकोल नहीं
जिसमे तुम.....
ये इनायत उछाल सको....
मुहब्बत की ये भीक डाल सको.....!!!
----------- अज्ञात.
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