Friday, July 26, 2013

सवाल करते रहो और जवाब रहने दो

सफ़र का साथ हैं ये मंजिलों का साथ नहीं,
गुजर ही जायेंगे लम्हे हिसाब रहने दो....
ये ख़ामोशी भी हमारी अना का परदा हैं,
सवाल करते रहो और जवाब रहने दो.....!!

------------ अज्ञात.
 

with  ...

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जब्त कहता हैं ख़ामोशी में बसर हो जाए,
दर्द की जिद है दुनिया को खबर हो जाए...!!

------------ अज्ञात.


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