मुखौटा
हमेशा ही नहीं रहते सभी चेहरे नकाबों में, सभी किरदार खुलते है कहानी ख़त्म होने पर..!!!
Monday, April 8, 2013
मुझे ढूंढने की हद तक कोई ढूंढता नहीं है
ये गलत कहा किसी ने के मेरा पता नहीं है
मुझे ढूंढने की हद तक कोई ढूंढता नहीं है....
----------- अज्ञात.
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