Thursday, June 5, 2014

क्या बहुत जरुरी था...??

क्या बहुत जरुरी था...??
ख्वाब-पोश आँखों में,
आंसुओं का भर जाना...
हसरतों के साहिल पर
तितलियों का मर जाना...
हब्स की हवाओं में,
खुशबुओं का डर जाना...
दिल के गर्म सहरा में,
हशर ही बरपा होना...
दर्द ला-दवा होना
क्या बहुत जरुरी था...???
यूँ तेरा जुदा होना...!!!
यूँ तेरा जुदा होना...!!!
--------- अज्ञात.

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